Saturday 12 December 2015

कंपनी कार्य मंत्रालय के ‘कारोबार में सुगमता’ लाने वाले प्रयासों से कंपनी के पंजीकरण में लगने वाला समय घटकर आधा हुआ


भारत सरकार के कंपनी कार्य मंत्रालय ने पिछले एक साल के दौरान अनेक कदम उठाए हैं और मंत्रालय अब विभिन्न प्रक्रियाओं एवं नियामकीय रूपरेखा को और ज्यादा सुव्यवस्थित करने की तैयारी में है, ताकि किसी कंपनी के निगमन में लगने वाला कुल समय घट सके। मंत्रालय द्वारा ‘कारोबार में सुगमता’ लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत ही यह कदम उठाया जा रहा है। एकीकृत निगमन फॉर्म ‘आईएनसी29’ पेश किए जाने और कंपनी रजिस्ट्रार (आरओसी) के प्रदर्शन की कड़ी निगरानी से त्वरित मंजूरी संभव हुई है और इसके साथ ही अब हितधारकों से अपेक्षाकृत कम स्पष्टीकरण मांगे जाते हैं। मंत्रालय जल्द ही आईएनसी29 फॉर्म का एक नया वर्जन जल्द पेश करेगा जिसमें हितधारकों के सुझाव शामिल होंगे। पांच निदेशकों तक की नियुक्ति की इज़ाजत देना एवं किसी कंपनी के नामकरण में और ज्यादा लचीलापन लाना इनमें शामिल हैं। 

मंत्रालय द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के फलस्वरूप किसी कंपनी के निगमन में लगने वाला औसत समय दिसंबर 2014 के 9.57 दिनों से घटकर नवंबर 2015 में 4.51 दिन रह गया। यह लक्ष्य रखा जा रहा है कि कंपनी निगमन में लगने वाले समय को और ज्यादा घटाकर समान स्थितियों में महज 1-2 दिन कर दिया जाए। 

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PIB
आरआरएस/डीए – 6076

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